फोटो बिहार के हाजीपुर की है। यहां राघोपुर दियारा की लाइफ लाइन कच्ची दरगाह-पीपापुल एवं चकौसन पीपापुल के खुलकर हटते ही राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के 17 पंचायतों के अलावा पटना जिलेके तीन पंचायत में रहने वाले करीब डेढ़ लाख लोगों की जिंदगी एक बार फिर नाव पर सवार हो गई है। राघोपुर प्रखंड में रहने वाले लोगों को पटना या हाजीपुर आने जाने के लिए नाव की यात्रा करनी पड़ रही है।
वहीं इस प्रखंड क्षेत्र में रहने वाले लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर नाविक अपनी नावों पर ओवरलोडिंग करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उफनती गंगा नदी में हर दिन नाव पर हो रही लोगों की ओवरलोडिंग कहीं न कहीं बड़े हादसेको आमंत्रण दे रहीहै।
वीवीआईपी इलाके भी हुए जलमग्न
राजधानी में शनिवार की दोपहर करीब दो घंटे की झमाझम बारिश में ही गली-मोहल्ले तो छोड़िए वीवीआईपी इलाके तक डूब गए। कई मंत्रियों का आवास जलमग्न हो गया। हालांकि, राहत की बात यह है कि कई इलाकों से जल्दी पानी निकल गया। बाकी इलाकों से तेजी से पानी निकल रहा है।
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाई जाएगीगुरुपूर्णिमा
इंदौर के विद्याधाम में इस बार गुरुपूर्णिमा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाई जाएगी। शिष्य गुरु की पादुका का पूजन कर दूर से ही साष्टांग प्रणाम करेंगे। पं. दिनेश शर्मा के अनुसार महामंडलेश्वर चिन्मयानंद सरस्वती के सान्निध्य में गुरुपूर्णिमा मनाएंगे। यह तस्वीर शनिवार की है।
सोशल डिस्टेंसिंगतार-तार करती तस्वीर
लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से लौटे मजदूरकाम की तलाश में फिर झारखंडसे बाहर जाने लगे हैं। यह डरावनी तस्वीर शनिवार को हैदरनगर रेलवे क्रॉसिंग के पास की है। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार है। इन मजदूरों ने बताया कि वे लोग डालटनगंज के मोहम्मदगंज, हैदरनगर और गढ़वा जिला के कांडी, मझिआंव क्षेत्र के रहने वाले हैं।
मजदूरों में महिलाएं और नाबालिग भी शामिल हैं। लॉकडाउन के कारण आर्थिक स्थितिखराब हो गई हैइसलिए वे बिहार जा रहे हैं। धान की रोपनी में वे लोग नहीं जा सके थे, अब फसल से खर-पतवार व घास निकालने के लिए उन्हें खेत मालिकों ने बुलाया है। गाड़ी की सुविधा भी दी है, इसलिए जा रहे हैं।
अब तक का सबसे मंहगा मास्क बनवाकर आए चर्चा में
महाराष्ट्र के पुणे में रहने वाले शंकर कुराडे अब तक का सबसे महंगा मास्क बनवाकर चर्चा में हैं। उन्होंने सोने का मास्क बनवाकर साबित कर दिया है कि शौक बड़ी चीज है। शंकर अपने शरीर पर करीब 3 किलो सोना पहनते हैं। गले में मोटी-मोटी सोने की चेन, हाथ की दसों अंगुलियों में अंगूठियां और कलाई में ब्रेसलेट उनके सोने के प्रेम को दर्शाती हैं। शंकर के इस मास्क की कीमत 2.90 लाख रुपएहैं। उसका वजन करीब साढ़े पांच तोला है। इसमें सांस लेने के लिए बारीक छेदहैं।
झरने की आवाज 3 किलोमीटर दूर हाईवे तक सुनाई देती है
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के पांडुका क्षेत्र ग्राम बारूका से 3 किमी जंगल के बीच पत्थरों को चीरते हुए 101 फीट ऊंचाई से गिरते चिंगरा पगार झरना लोगों को लुभा रहा है। पांडुका क्षेत्र के धार्मिक तीर्थ स्थल मां जतमाई, घटारानी के झरना के बाद यह तीसरा झरना है, जो पूरे जिले में प्रसिद्ध है। नेशनल हाईवे से गुजरने पर बरसात के मौसम में 3 किमी दूर से इस झरने के पानी की ध्वनि दूर तक सुनाई देती है। बारिश का मौसम शुरू होते ही जानकार लोग इस जगह पर पिकनिक मनाने जाते हैं।
लॉकडाउन के बाद पटरी पर लौटती जिंदगी
यह तस्वीर जालंधर के डीएवी कॉलेज ग्राउंड के सामने की है। जहां 3 महीने के लंबे कर्फ्यू के दौरान कच्चे घर में बंद रहे सिरेमिक के बर्तन बेचने वाले की दुकान दोबारा सज रही है। यहां महामानव तथागत बुद्ध की मूर्ति भी बिक्री के लिए मौजूद है। दुकानदार ने कहा कि लॉकडाउन में कामकाज पूरी तरह ठप हो गया था। पर धीर-धीरे जिंदगी पटरी पर लौट रही है।
अब रोजाना लोग अपने घरों को सजाने के लिए सिरेमिक के गमले, मूर्तियां और सजावटी सामान खरीदने आ रहे हैं। बता दें कि सेरेमिक एक अकार्बनिक व अधात्विक ठोस है, जिसका निर्माण धात्विक व अधात्विक पदार्थों से होता है। इसकी सतह को उच्च तापमान पर गर्म करके कठोर, उच्च प्रतिरोधकता युक्त व भंगुर बनाया जाता है।
from Dainik Bhaskar
via RACHNA SAROVAR
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