हिंदू कैलेंडर का दसवां महीना पौष है। इस महीने के देवता भगवान विष्णु माने जाते हैं। इस महीने में स्नान और दान करने का बहुत महत्व है। पौष में ही सूर्य उत्तरायण होते हैं। इसलिए इसी महीने से देवताओं के दिन शुरू हो जाते हैं। इस महीने हेमंत ऋतु का असर रहता है। इसलिए बहुत ठंड रहती है। पौष महीना 31 दिसंबर से 28 जनवरी तक रहेगा।
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इन दिनों में भारत के कई राज्यों के महत्वपूर्ण तीज और त्योहार मनाए जाएंगे। इस महीने में पड़ने वाले तीज-त्योहारों से पुण्य और मोक्ष प्राप्त हो जाता है। काशी के ज्योतिषाचार्य और धर्म ग्रंथों के जानकार पं. गणेश मिश्र बताते हैं कि इस महीने सूर्य देव ग्यारह हजार रश्मियों के साथ धरती का पोषण करते हैं। इनसे धरती पर रहने वाले इंसानों और जीवों को ऊर्जा मिलती है। जिससे सेहत अच्छी रहती है और उम्र भी बढ़ती है। इसलिए धार्मिक नजरिये से यह महीना बहुत ही खास माना गया है।
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के लिए प्रारूप
तारीख | तीज-त्योहार |
2 जनवरी शनिवार | गणेश चतुर्थी व्रत |
6 जनवरी, बुधवार | रुक्मिणी अष्टमी |
9 जनवरी, शनिवार | सफला एकादशी |
10 जनवरी, रविवार | स्वरूप द्वादशी, प्रदोष व्रत |
11 जनवरी, सोमवार | शिव चतुर्दशी व्रत |
12 जनवरी, मंगलवार | श्राद्ध अमावस्या |
13 जनवरी, बुधवार | स्नान-दान अमावस्या, लोहड़ी उत्सव |
14 जनवरी, गुरुवार | मकर संक्रांति, पोंगल, खरमास समाप्त |
16 जनवरी, शनिवार | विनायक चतुर्थी व्रत |
24 जनवरी, रविवार | पुत्रदा एकादशी व्रत |
26 जनवरी, मंगलवार | प्रदोष व्रत |
28 जनवरी, गुरुवार | पौष पूर्णिमा, माघ स्नान |
Source From
RACHNA SAROVAR
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