नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने विजयदशमी की बधाई देने में अपनी तस्वीर के साथ साेशल मीडिया पर अपने देश का पुराना नक्शा साझा किया, जिसमें कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा शामिल नहीं है। ओली के रुख में यह बदलाव भारत की खुफिया एजेंसी RAW के चीफ सामंत कुमार गाेयल से बुधवार काे काठमांडू में प्रधानमंत्री आवास बलुआतार में मुलाकात के बाद आया है।
गोयल ने बुधवार रात को ओली से पीएम आवास पर मुलाकात की थी। भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी अगले महीने नेपाल जा रहे हैं। नेपाली मीडिया रिपाेर्टाें के अनुसार, ओली ने यह बधाई शुक्रवार काे अपने एकाउंट से दी। हालांकि ओली के एकाउंट पर नक्शे सहित उनकी तस्वीर शनिवार काे दिखाई नहीं दी।
विपक्षी दलों ने साधा निशाना
पुराना नक्शा साझा करने पर प्रमुख विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस के केंद्रीय नेता गगन थापा ने कहा कि ओली व्यक्तिगत रूप से काेई भी नक्शा लगा सकते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें संसद से पास नए नक्शे का ही इस्तेमाल करना चाहिए। ओली का यह कदम देश के हित में नहीं है।
20 मई को जारी किया था नया नक्शा
नेपाल ने 20 मई काे नया नक्शा जारी किया था, जिसमें भारत के उत्तराखंड में धारचूला जिले के इलाके कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा काे शामिल किया गया है। जून में संसद से पारित कर नए नक्शे काे मंजूरी दी गई थी, जिसका भारत ने विराेध किया था।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source From
RACHNA SAROVAR
CLICK HERE TO JOIN TELEGRAM FOR LATEST NEWS
Post a Comment